WTC: रविचंद्रन अश्विन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में नया रिकॉर्ड बनाया

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WTC: रविचंद्रन अश्विन ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में नया रिकॉर्ड बनाया: भारत के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन करके सुर्खियाँ बटोर रहे हैं। हाल ही में, अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन को पछाड़कर WTC में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए, जिससे खेल के इतिहास में सबसे महान गेंदबाज़ों में से एक के रूप में उनकी स्थिति और मज़बूत हो गई।

वर्ल्ड क्रिकेट में रविचंद्रन अश्विन की उपलब्धियाँ

अश्विन का क्रिकेट करियर हाइलाइट्स और प्रशंसाओं से भरा हुआ है, खासकर टेस्ट क्रिकेट में, जहाँ उन्होंने लगातार भारत के लिए मैच-विजेता के रूप में प्रदर्शन किया है। स्पिन में विविधताओं में महारत हासिल करने से लेकर दुनिया भर की अलग-अलग परिस्थितियों के अनुकूल ढलने तक, अश्विन ने खुद को भारत की टेस्ट लाइनअप का एक ज़रूरी हिस्सा बना लिया है। WTC में उनकी हालिया उपलब्धि उनके शानदार करियर में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर जोड़ती है।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में रविचंद्रन अश्विन का उदय

Ravichandran Ashwin

186 विकेटों से शुरुआत करते हुए, अश्विन को नाथन लियोन को पीछे छोड़ने के लिए केवल एक विकेट की आवश्यकता थी, जिन्होंने पहले यह रिकॉर्ड बनाया था। अश्विन ने इतिहास रचने में कोई समय बर्बाद नहीं किया। पुणे में न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के साथ, उन्होंने WTC में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में अपनी जगह पक्की करने का मौका तुरंत भुनाया।

आश्विन का न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में सफर और पहला विकेट

अश्विन का रिकॉर्ड तोड़ने का सिलसिला न्यूजीलैंड की पहली पारी में ही शुरू हो गया था। अपने पहले ही ओवर में अश्विन ने न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम को 15 रन पर आउट कर दिया।

यह नौवां मौका था जब अश्विन ने लैथम का विकेट लिया, जिससे यह साबित हुआ कि वह शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की कमजोरियों को समझने और उनका फायदा उठाने में सक्षम हैं।

विल यंग का विकेट

अश्विन ने जल्द ही विल यंग का विकेट 18 रन पर ले लिया। इस त्वरित सफलता ने भारत को पारी की शुरुआत में अनुकूल स्थिति में ला दिया और अश्विन को WTC विकेटों की अपनी सूची में आगे बढ़ने में मदद की।

डेवोन कॉनवे का महत्वपूर्ण विकेट

न्यूजीलैंड के मध्यक्रम के मुख्य खिलाड़ी डेवोन कॉनवे ने भारत के लिए बड़ी चुनौती पेश की। हालांकि, अश्विन ने ऋषभ पंत के शानदार कैच की मदद से उन्हें 76 रन पर आउट कर दिया। पारी के इस तीसरे विकेट ने आधिकारिक तौर पर अश्विन के नाम रिकॉर्ड दर्ज कर दिया।

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शानदार कैच के साथ ऋषभ पंत का योगदान

अश्विन की इस उपलब्धि में पंत के कैचिंग कौशल का अहम योगदान रहा। युवा विकेटकीपर ने स्टंप के पीछे काफी सुधार दिखाया है, अक्सर महत्वपूर्ण कैच लेते हुए भारत के गेंदबाजों की मदद की है। मैच में अश्विन की सफलता में उनकी शानदार सजगता और त्वरित प्रवृत्ति का अहम योगदान रहा।

अश्विन के रिकॉर्ड तोड़ने वाले आँकड़े

189 WTC विकेटों के साथ, अश्विन ने ल्योन के 187 विकेटों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। 38 साल की उम्र में, अश्विन ने इस मील के पत्थर तक पहुँचने के लिए ल्योन की तुलना में चार मैच कम लिए हैं, जो उनकी दक्षता और निरंतरता को दर्शाता है। अश्विन ने अब सिर्फ़ 104 टेस्ट में 531 विकेट लिए हैं, जिससे वे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों में शामिल हो गए हैं।

विश्व क्रिकेट में अश्विन और नाथन लियोन की तुलना

हालाँकि दोनों स्पिनर प्रभावशाली रहे हैं, लेकिन अश्विन की बहुमुखी प्रतिभा और अलग-अलग पिचों के हिसाब से ढलने की क्षमता ने उन्हें बढ़त दिलाई है। जबकि ल्योन की विशेषज्ञता मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया की तेज़ गेंदबाज़ी वाली पिचों पर रही है। अश्विन ने अलग-अलग परिस्थितियों में कई तरह की चुनौतियों का सामना करते हुए घर और विदेश दोनों जगहों पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है।

दोनों टीमों में गेंदबाजों का प्रभाव

अश्विन और ल्योन दोनों ही अपने-अपने देशों के लिए गेम-चेंजर रहे हैं। ल्योन एक दशक से भी ज़्यादा समय से ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर रहे हैं, लेकिन अश्विन की हरफनमौला क्षमता ने उन्हें भारतीय टीम के लिए अमूल्य बना दिया है।

उनकी सामरिक मानसिकता और अनुभव हर मैच में भारत की रणनीति को आकार देने में अहम भूमिका निभाते हैं।

रविचंद्रन अश्विन टेस्ट इतिहास में सातवें सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने

पुणे में अपने रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन के साथ, अश्विन के करियर की कुल संख्या 531 विकेट हो गई है, जिससे वह टेस्ट इतिहास में सातवें सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बन गए हैं।

उन्होंने ल्योन को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 129 टेस्ट में 530 विकेट लिए हैं, जिससे अश्विन का नाम क्रिकेट के शीर्ष गेंदबाज़ों में और भी ज़्यादा स्थापित हो गया है।

ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों का एक झलक

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1. रविचंद्रन अश्विन – 189
2. नाथन लियोन – 187
3. पैट कमिंस – 175
4. मिशेल स्टार्क – 147
5. स्टुअर्ट ब्रॉड – 134

ये संख्याएँ WTC की प्रतिस्पर्धी भावना को दर्शाती हैं, जहाँ गेंदबाज़ लगातार एक-दूसरे से आगे निकलने की कोशिश करते हैं। महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम पुणे में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ भारतीय गेंदबाज़ी प्रदर्शन

अश्विन के रिकॉर्ड तोड़ने वाले कारनामे भारतीय गेंदबाज़ी के उस दमदार प्रदर्शन का हिस्सा थे, जिसने न्यूज़ीलैंड को उनकी पहली पारी में 259 रनों पर रोक दिया था। अश्विन ने भारत के शुरुआती विकेट जल्दी आउट कर दिए, जिससे भारतीय गेंदबाज़ों के दमदार प्रदर्शन की नींव रखी गई।

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अश्विन की शुरुआती सफलता

अश्विन के पहले तीन विकेटों ने न्यूज़ीलैंड के शीर्ष क्रम को कमज़ोर कर दिया, जिससे भारतीय टीम मज़बूत स्थिति में आ गई। उनके सटीक और आक्रामक दृष्टिकोण ने कीवी टीम की गति को बाधित किया, जिससे उनकी कला में महारत का पता चलता है।

वाशिंगटन सुंदर के करियर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े

इस मैच में, अश्विन के स्पिन पार्टनर, वाशिंगटन सुंदर ने शानदार वापसी की, उन्होंने अपने करियर के सर्वश्रेष्ठ 7/59 के आंकड़े हासिल किए। सुंदर के प्रदर्शन ने अश्विन के प्रयासों को पूरक बनाया, जिससे भारतीय स्पिन आक्रमण न्यूजीलैंड के लिए लगभग अजेय हो गया।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में अन्य उल्लेखनीय विकेट लेने वाले

जबकि अश्विन इस सूची में शीर्ष पर हैं, पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और स्टुअर्ट ब्रॉड जैसे अन्य गेंदबाजों ने भी अपनी टीमों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इनमें से प्रत्येक गेंदबाज खेल में एक अनूठी शैली लाता है, जिससे WTC क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक आकर्षक प्रतियोगिता बन जाती है।

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) में भारतीय क्रिकेट की सफलता पर अश्विन का प्रभाव

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की सफलता में अश्विन की निरंतरता प्रमुख कारकों में से एक रही है। दबाव में प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता ने अक्सर मैचों को भारत के पक्ष में मोड़ दिया है, जिससे वे भारत के अभियान में एक महत्वपूर्ण संपत्ति बन गए हैं।

अश्विन का रिकॉर्ड भारतीय क्रिकेट के लिए क्यों मायने रखता है?

यह रिकॉर्ड अश्विन के लिए व्यक्तिगत उपलब्धि से कहीं ज़्यादा है; यह भारतीय क्रिकेट की ताकत और गहराई का प्रतीक है। जैसे-जैसे वह रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं, अश्विन भारतीय स्पिनरों की अगली पीढ़ी को प्रेरित कर रहे हैं, यह दिखाते हुए कि कड़ी मेहनत, निरंतरता और जुनून से महानता हासिल की जा सकती है।

टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने टॉम लैथम को कितनी बार आउट किया है?

अश्विन ने टॉम लैथम को टेस्ट मैचों में नौ बार आउट किया है।

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