ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए कोहली-रोहित के चयन पर विवाद, दिलीप वेंगसरकर ने कही बड़ी बात: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19 अक्टूबर से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज से पहले टीम इंडिया की चयन प्रक्रिया पर चर्चा तेज हो गई है।
पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के चयन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इतने लंबे अंतराल के बाद उनकी फॉर्म और फिटनेस का सही अंदाजा लगाना मुश्किल है।
टीम इंडिया की कमान इस बार युवा खिलाड़ी शुभमन गिल संभाल रहे हैं, जबकि कोहली और रोहित को बतौर सीनियर बल्लेबाज़ टीम में शामिल किया गया है।
दोनों दिग्गजों की यह वापसी आईपीएल 2025 के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हो रही है। आखिरी बार दोनों ने भारत के लिए मार्च में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में हिस्सा लिया था।
“सिर्फ रिकॉर्ड के दम पर चुने गए हैं” – वेंगसरकर
वेंगसरकर ने मिड-डे से बात करते हुए कहा,
“रोहित और विराट सालों से भारत के लिए शानदार खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन अगर आप अब सिर्फ एक ही फॉर्मेट खेल रहे हैं, तो चयनकर्ताओं को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इतने लंबे ब्रेक के बाद किसी खिलाड़ी की फॉर्म और फिटनेस को आंकना बेहद मुश्किल होता है। शायद उन्हें उनके शानदार रिकॉर्ड की वजह से चुना गया है।”
उन्होंने आगे कहा,
“दोनों खिलाड़ियों ने भारतीय क्रिकेट के लिए बड़ा योगदान दिया है, लेकिन जब कोई खिलाड़ी टेस्ट और टी20 नहीं खेलता और सिर्फ वनडे तक सीमित रहता है, तो उसकी वर्तमान स्थिति का पता लगाना कठिन होता है। हालांकि चयनकर्ताओं ने शायद फिटनेस जांच के बाद ही उन्हें टीम में शामिल किया हो, लेकिन यह फैसला भविष्य की रणनीति को लेकर सवाल खड़े करता है।”
अजित आगरकर का बयान
मुख्य चयनकर्ता अजित आगरकर ने पुष्टि की है कि दोनों खिलाड़ियों ने प्री-सीज़न फिटनेस टेस्ट पास किया है। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चयन होने का मतलब यह नहीं है कि वे 2027 वनडे विश्व कप की योजनाओं में निश्चित रूप से शामिल होंगे।
इस श्रृंखला के प्रदर्शन से यह तय होगा कि कोहली और रोहित को आने वाले दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए भी मौका मिलेगा या नहीं।
क्या 2027 वर्ल्ड कप तक खेल पाएंगे कोहली-रोहित?
विराट कोहली और रोहित शर्मा दोनों की इच्छा है कि वे 2027 वनडे वर्ल्ड कप तक भारत के लिए खेलते रहें। लेकिन दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि चयनकर्ताओं को अब भविष्य की दिशा में सोचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा,
“अब यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है कि वे रोहित और विराट पर भरोसा बनाए रखना चाहते हैं या उन खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं जो सभी फॉर्मेट्स में खेलने के लिए तैयार हैं। भारतीय क्रिकेट को आगे किस दिशा में ले जाना है, यह फैसला अब चयन समिति को करना होगा।”
निष्कर्ष
ऑस्ट्रेलिया सीरीज न केवल कोहली और रोहित की वापसी का मंच होगी, बल्कि यह उनके करियर की दिशा तय करने वाला टर्निंग पॉइंट भी साबित हो सकता है। आने वाले हफ्तों में उनके प्रदर्शन पर सबकी नजरें होंगी — क्योंकि अब सवाल सिर्फ रन बनाने का नहीं, बल्कि भविष्य के भारतीय क्रिकेट का है।
यह भी पढ़ें: Asia Cup 2025: सुपर फोर का आखिरी मुकाबला – भारत बनाम श्रीलंका का रोमांचक प्रीव्यू
