WTC 2023: भारतीय क्रिकेट टीम को आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच में हार का सामना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को इस खिताबी जंग में 209 रन से हरा दिया। इस हार के बाद अब तक टीम इंडिया की टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस करारी हार के बाद टीम की काफी जमकर आलोचना हो रही है, तो अब टीम के सबसे बड़े मैच विजेता खिलाड़ी माने जाने वाले स्पिनर आर अश्विन भी इस मैच में प्लेइंग-11 में जगह ना मिलने को लेकर काफी ज्यादा ही नाराज दिख रहे हैं।
आऱ अश्विन को फाइनल में नहीं मिली थी जगह, काफी खफा दिख रहे हैं अश्विन
इस मैच में टीम मैनेजमेंट ने 4 तेज गेंदबाजों को खिलाया, ऐसे में अश्विन को मौका नहीं मिल सका। आर अश्विन को फाइनल मैच में जगह ना मिलने को लेकर वो काफी खफा दिखे। जिसके लिए उन्होंने अपने करियर को अलविदा कहने के बाद इस बात को सबसे बड़ा अफसोस बताया। अश्विन का मानना है कि वो बल्लेबाज होते तो टीम में उनके साथ अलग बर्ताव दिया जाता, लेकिन गेंदबाज के साथ अलग रवैया अपनाया जाता है। जो नहीं होना चाहिए।
जब लूंगा संन्यास तो बल्लेबाज ना बनने का रहेगा अफसोस
इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू के दौरानके अश्विन ने कहा कि, “कल जब मैं क्रिकेट को अलविदा कहूंगा तो मुझे अफसोस होगा कि अच्छा बल्लेबाज होने के बाद भी मुझे गेंदबाज के तौर पर आगे नहीं बढ़ना चाहिए था। मुझे लगता है कि गेंदबाज और बल्लेबाजों से अलग-अलग बर्ताव किया जाता है. इस धारणा से मैंने लगातार लड़ने की कोशिश की है, लेकिन गेंदबाजों और बल्लेबाजों के लिए अलग-अलग पैमाने हैं। और विभिन्न तरीके ..”
मैं विदेशी धरती पर कर चुका हूं अच्छा प्रदर्शन
उन्होंने इसके बाद आगे कहा कि, “इसका जवाब देना थोड़ा मुश्किल है. हमने अभी ही फाइनल खेला है. मैं फाइनल खेलना पसंद करता, यही नहीं मैंने पिछले फाइनल में अच्छी गेंदबाजी की थी और 4 विकेट चटकाए थे। 2018-19 के बाद से, विदेशों में मेरी गेंदबाजी शानदार रही है और मैं टीम के लिए मैच जीतने में कामयाब रहा हूं। मैं इसे एक कप्तान या कोच के रूप में देख रहा हूं और मैं सिर्फ उनके बचाव में बात कर सकता हूं इसलिए पिछली बार जब हम इंग्लैंड में थे, तो टेस्ट 2-2 से ड्रॉ था।
“उन्हें लगा होगा कि इंग्लैंड में 4 पेसर और 1 स्पिनर का संयोजन बेहतर होगा. फाइनल में भी उन्होंने यही सोचा होगा.. समस्या एक स्पिनर के खेलने की नहीं है, यह चौथी पारी की है. चौथी पारी टेस्ट मैच का एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहलू होता है और हमारे लिए इतना रन बनाने में सक्षम होना ताकि स्पिनर खेल में आ सके, यह पूरी तरह से मानसिकता पर निर्भर होता है।”