Yuvraj Singh on MS Dhoni: भारत में आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 की धूम मची हुई है। टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप में 2011 के बाद उस इतिहास को दोहराने की राह पर है। इसी बीच 2011 वर्ल्ड कप की चैंपियन टीम के सबसे बड़े मैच विजेता खिलाड़ी रहे युवराज सिंह ने एक सनसनीखेज खुलासा कर हर किसी को चौंका दिया है। भारत के सिक्सर किंग के नाम से मशहूर रहे पूर्व दिग्गज खिलाड़ी युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप 2023 के बीच अचानक ही एक हैरतअंगेज बात दुनिया के सामने रख दी है।
युवराज सिंह का बड़ा खुलासा, कभी नहीं रही धोनी के साथ अच्छी दोस्ती
भारतीय क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़े मैच विनर के रूप में याद किए जाने वाले पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को लेकर बहुत बड़ा खुलासा किया है। 2011 वर्ल्ड कप में जिस कप्तान को ट्रॉफी उठाने का सौभाग्य दिलाने में सबसे बड़ा योगदान देने वाले युवराज सिंह की अपने कप्तान के साथ कभी भी अच्छी दोस्ती नहीं रही थी। खुद युवराज सिंह ने माना है कि वो खेलने के दौरान एमएस धोनी के ज्यादा करीबी नहीं थे। एक साथ एक ही समय सालों तक खेलने के दौरान टीम इंडिया की कईं जीत की इबारत लिखने के बावजूद भी गहरी दोस्ती ना होने की बात का दावा कर युवराज सिंह ने हर किसी को चौंका दिया है।
टीम इंडिया में एक-साथ होने के समय हम कभी नहीं रहे अच्छे दोस्त
भारत के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने TRS Clips को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि, "हम करीबी दोस्त नहीं थे.. हम दोस्त थे क्योंकि क्रिकेट के कारण, मैं उससे बिल्कुल अलग था। हम यकीनन दोस्त नहीं थे, जब हम साथ में मैदान पर होते थे तो दोनों मिलकर अपरना 100 प्रतिशत देते थे। वह कप्तान थे मैं उपकप्तान था। कुछ फैसले जो वो लेते थे वो मुझे ठीक नहीं लगते थे, तो कुछ मेरे फैसला उन्हें पसंद नहीं आते थे। ये हर टीम के साथ होता हैं। टीम को आगे ले जाने के लिए ऐसी बातें होती रहती है।"
धोनी साफ-साफ मुंह पर कह देते थे बात
इसके बाद सिक्सर किंग के नाम से मशहूर रहे युवराज सिंह ने आगे कहा कि, "जब मैं अपने करियर के आखिरी दौड़ में था तो मैंने उससे अपने करियर को लेकर पूछा था। वह समय 2019 के वर्ल्ड कप के पहले का था। तब माही ने मुझे सीधे तौर पर बता दिया था कि मैनेजमेंट आपके बारे में नहीं सोच रहा है। धोनी ही ऐसे थे जिन्होंने मुझे साफ-साफ बता दिया था। उसकी यह बात मुझे अच्छी लगी, तब फिर मैंने रिटायरमेंट का फैसला किया था। अब जब मिलते हैं तो अच्छे से मिलते हैं। उससे मुझे कोई भी परेशानी नहीं है। यह सब खेल का हिस्सा होता और आखिर में आपको टीम के लिए ही सोचना होता है।"