IPL 2023: इंडियन प्रीमियर लीग का 16वां सीजन अपने पूरे रोमांच के साथ जारी है, जहां टीमें प्लेऑफ की रेस में लगातार बनी हुई हैं। इस सीजन में अंतिम-4 की जंग में दिल्ली कैपिटल्स को छोड़कर फिलहाल सभी टीमें बनी हुई हैं, जिनके बाद लगातार जद्दोजेहद चल रही है। इसी बीच इस साल भी एक से एक युवा खिलाड़ियों ने खास छाप छोड़ी है। भारत के कईं युवा सितारें इस सीजन शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, तो वहीं कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला बिल्कुल खामोश है, वहीं दूसरी ओर विराट कोहली का बल्ला जमकर बोल रहा है।
रोहित-विराट को अब टी20 के बजाय देना चाहिए टेस्ट-वनडे पर ध्यान- शास्त्री
इन दो दिग्गज बल्लेबाजों के बीच युवा खिलाड़ियों ने खास नाम किया है, ऐसे में आईपीएल के बाद कईं युवा खिलाड़ियों को टीम इंडिया में मौका संभव माना जा रहा है। भारतीय टीम आईपीएल के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज खेलेगी, जिसमें यशस्वी जायसवाल, जितेश शर्मा, तिलक वर्मा जैसे कुछ युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है, ऐसे में रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया जा सकता है।
युवा खिलाड़ियों को टी20 फॉर्मेट में खेलने का मौका दें रोहित-विराट
इसी बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज कोच रहे रवि शास्त्री ने भी साफ शब्दों में कह दिया है कि रोहित और विराट जैसे खिलाड़ियों को अब टी20 फॉर्मेट की जगह केवल टेस्ट और वनडे फॉर्मेट पर ध्यान देना चाहिए। रवि शास्त्री ने अपनी इस सलाह के साथ ही ये भी कहा कि युवा चेहरों को टी20 क्रिकेट के लिए तैयार करने की जरूरत है, तो वहीं इन सीनियर्स को इस छोटे फॉर्मेट में अब खेलने के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
रवि शास्त्री ने ईसएसपीएन क्रिकइंफो पर बात करते हुए कहा कि, “रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे खिलाड़ी खुद को साबित कर चुके हैं, आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले युवाओं को मौके देने चाहिये ताकि रोहित और विराट जैसे खिलाड़ी वनडे और टेस्ट के लिये तरोताजा रहें। इतने अनुभव के साथ अब फोकस टेस्ट क्रिकेट पर होना चाहिये, इन्हें अत्यधिक क्रिकेट से बचाकर रखना जरूरी है।“
इस दिग्गज कोच ने आगे कहा कि, “वेस्टइंडीज के खिलाफ अगली टी20 सीरीज में इन खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिये, चयनकर्ताओं को अभी से इन्हें तैयार करना चाहिये, इंतजार करने की बजाय उनके मौजूदा फॉर्म का इस्तेमाल करना चाहिये।“
साथ ही उन्होंने ये कहा कि “आईपीएल में टॉप ऑर्डर में खेलने वाले खिलाड़ियों को टीम इंडिया में भी ऊपर ही मौका मिले तो सही होगा। उन्होंने कहा कि, फ्रेंचाइजी के लिये टॉप ऑर्डर में खेलने वाले खिलाड़ी को भारत के लिये मध्यक्रम में नहीं उतारना चाहिये, शास्त्री के जाने के बाद वेंकटेश अय्यर के साथ यहीं हुआ। अगर फ्रेंचाइजी के लिये कोई खिलाड़ी तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करता है और आप अचानक उसे छठे नंबर पर उतारते हैं या पारी की शुरूआत करने के लिये कह देते हैं, मेरा मानना है कि ऐसा नहीं होना चाहिये। सही काम के लिये सही व्यक्ति का चयन होना चाहिये।“